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पूज्य कबीर द्वारा दिए गए यह दो है उनकी अमृतवाणी सृष्टि रचीत है

Manglesh jagoliya 30 Mar 2023 आलेख धार्मिक #कबीर जी के दोहे 79613 0 Hindi :: हिंदी

धर्मदास यह जग बोराना। कोई न जाने पद निरवाना।।
यही कारण मैं कथा पसारा। जग से कईयों राम नियारा।।

यही ज्ञान जगजीवन सुनाओ। सब जीवो का भरम नशाओ।
अब मैं तुमसे कहो चिताई। त्रियदेवनकी  उत्पत्ति भाई।।

कुछ संक्षेप कहो गुहराई। सब संशय तुम्हारे मिट जाए।।
भरम गई जग वेद पुराना। आदि रामका का भेद न जाना।।

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