Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

प्यारे दुलारे 2000 के नोट

Jitendra Sharma 20 May 2023 आलेख हास्य-व्यंग ₹2000 Note, 2000 ₹, 2000 का नोट, 2000 के नोट पर व्यंग। 9882 1 5 Hindi :: हिंदी

व्यंग- 2000 का नोट,!
रचना- जितेन्द्र शर्मा
तिथि- 20-05-2023

व्यंग-
परम प्रिय 2000 के नोट!
सात वर्ष की अल्पायु में आपके अवसान की सूचना मिली। इस हृदय विदारक सूचना से मन अत्यंत खिन्न हो गया। आपकी वो लाल गुलाब सी रंगत और उस पर विराजे बापु का यूं खुलकर मुस्कराना, दिल मोह लेता है। 
वैसे तो मेरे जैसे सामान्य व्यक्ति को आपके मनभावन दर्शन यदा-कदा ही होते रहे हैं। किंतु आप को पाने का लोभ सदैव बना रहा। लगभग सभी सामान्य परिवारों का यही हाल था। कभी जब पति की जेब से आपकी सलोनी तस्वीर बाहर झांकती तो पतिवृता नारियों की भी अंगुलियां चपलता के साथ आपको चुराने की लिये मचल उठती। आपके दर्शन करके चोरों को तो जैसे मन चाही मुराद मिल जाती। वे आपको पाने के लिये लाख जतन करते। किन्तु अब भविष्य में आपके कभी भी दर्शन नहीं होंगे, यह जानकर ही हृदय बैठने लगता है।
यूं तो आपका अवतरण भी भयानक परिस्थितियों में हुआ था। जब अचानक रात को आठ बजे 1000 व 500 के नोटों के स्वर्गवासी होने की घोषणा प्रधान मंत्री द्वारा कर दी गई, तो बैंकों और ए टी एम के सामने लोग अपने प्यारे हरे हरे नोटों का बंडल उठाये पंक्तियों में लमलेट नजर आये। बैंककर्मी दुत्कार रहे थे, फटकार रहे थे। लेकिन लोग उनकी चिरौरी कर रहे थे, उनकी आरती उतार रहे थे। बेचारी अधिकतर ग्रहणियां अपने हाथ की सफाई से कमाये हुए नोटों के बारे में यह तय नहीं कर पा रही थी कि वे अपने जादुई कृत्य को उजागर कर के इन्हें बचा लें या उन्हें अपनी मौत मर जाने दें।
चारों ओर हाहाकार था। नेता से लेकर अभिनेता, और मंत्री से लेकर संन्त्री तक छाती पीट- पीटकर विलाप कर रहे थे। भयंकर चोट खाकर कई नेता सरकार पर गुर्रा रहे थे, तो कई नेता अपनी फटी जेब जनता को दिखा रहे थे।
तभी अचानक आपका प्रादुर्भाव हुआ। जैसे भयानक अंधेरी रात में पूर्णिमा का चांद उग आया हो। आपकी गुलाबी आभा देखकर सब अपना दुख भूल गये। तुम्हारी भीनी भीनी खुशबु पाकर हम जैसे तुच्छ प्राणी भी खुशियों से फूल गये। आम आदमी आपके दर्शन मात्र से ही त्रप्त हो जाता। वह तुम्हें एक से अधिक मात्रा में पाने के सपने सजाता। फिर आप धीमे धीमे खोने लगे, जाकर नेताओं और भ्रष्टाचारीयों की अलमारियों में जमा होने लगे। जब कभी नोटों के पहाड़ किसी टुच्चे के घर पाये जाते, तो हमें भी टी वी न्यूज में आपके भव्य दर्शन हो जाते।

अब जब आपके काल कल्वित होने की सूचना आई है, तब से नेता, अभिनेता, भ्रष्ट, जमाखोर और लुच्चे, टुच्चों की सूरतों
पर लानत छाई है। वे तुम्हारी जुदाई को दिल पर ले रहे हैं, इसे बड़ी विपदा मानकर सरकार को गाली दे रहे हैं । हमें भी आपकी बहुत याद आएगी, क्योंकि तुम्हें बड़ी मात्रा में पा लेने की इच्छा अब तुम्हारे साथ ही चली जाएगी।

अच्छा हे प्यारे दुलारे 2000 के नोट विदा। अब कभी कभी सपनों में मिला करेंगे।

Comments & Reviews

Jitendra Sharma
Jitendra Sharma शानदार

10 months ago

LikeReply

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

किसी भी व्यक्ति को जिंदगी में खुशहाल रहना है तो अपनी नजरिया , विचार व्यव्हार को बदलना जरुरी है ! जैसे -धर्य , नजरिया ,सहनशीलता ,ईमानदारी read more >>
Join Us: