मौसम के मिजाज,
आज कुछ बदले बदले से लगते हैं...!!
जहां धूप की तपिश थी,
हर जगह छांव ही छांव दिखते हैं...!!!!
अजय आनंद सुल्तानगंज भागलपुर बिहार read more >>
तुम मेरी होती ,
सोचते हैं हम कभी...!!
बहते हुए तेरे नैनों से अश्रु,
पोंछ कर दे पाता , तुझे हम खुशी..!!!
अजय आनंद, सुल्तानगंज, भागलपुर, बिहार read more >>
कोई हमें अपना सा लगने लगा है..!
बिछड़े थे जो पहले ,मिलकर उनसे,
सपने रंगीन सजने लगा है..!!
कल ही बातें हुई थी हमें उनसे
आज महकते फूल मन में ख read more >>
दुल्हन वही जो पिया मन भाए
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कभी कभी ऐसे मौके आते हैं जब हमें खुद निर्णय लेना पड़ता है। अच्छे और बुरे का ज्ञान अपनी समझ पर निर्भर करत read more >>