छोटी सी उम्र से सपने बुने.
सपनो की मंजिलों के रास्ते चुने.
एक मंजिल नहीं तो’
दूसरी की आशा में चल दिए;
हर कदम बढ़ने पर पैर छलनी हुए.
हा read more >>
एक हास्य कविता ........
एक दिन दफ्तर से घर आते हुए पुरानी गर्ल फ्रेंड से भेट हो गयी ;
और जो बीवी से मिलने की जल्दी थी वह ज़रा सी लेट हो गयी;
ज read more >>
My mother is the maker"
Of this human being nature!
If I am an actor"
She is director!
If I am a pot"
He is the Potter!
If I am a book"
She is my reader!
Because I am the "son"
And she is my "mother" !!!
Love you "mom"
Naman Kumar~poet~ read more >>