Naman Kumar 30 Mar 2023 कविताएँ धार्मिक NK tanha poetry, 15 August, Savtantr Divash 71186 1 5 Hindi :: हिंदी
यदि पाकिस्तान मिटा दे हम आतंकवाद खुद मिट जाए" तो निश्चिंत चांद सितारों पर पर अपना झंडा फहराए"! चल उठा इसे अब हाथों में यह पर्वत नहीं खिलौना है" जा देख चांद पर देख जरा जग लगता कितना बोना है! मंजिल जब उच्च शिखर है तो मौसम प्रतिकूल मिलेंगे ही" तुम बढ़े चलो कांटे दल कर प्रतिफल में फूल खिलेंगे ही! हौसले बुलंदी पर हो तो काम नहीं कोई भारी" कर फिर प्रयास मत छोड़ आस अबकी तो तेरी ही बारी! क्यों और समझता है खुद को तू तो चंचल मृगछोना है" चल उठा इसे अब हाथों में यह पर्वत नहीं खिलौना है! हम यहां अकेले आए हैं जाना भी हमें अकेला है" मुनीज्ञानी कहते रहते हैं जग चंद दिनों का मेला है! पर कुछ सपूत इस मेले में इतिहास बनाते रहते हैं" घनघोर घटा में सूरज का आभास कराते रहते हैं! वीरव्रती को तलवारों पर नंगे पांव दौड़ना होगा" हिन्दुस्तान बचाना है तो पाकिस्तान तोड़ना होगा! जब तक इस्लामाबाद विश्व के मानचित्र पर जिंदा है" तब तक भारत की गर्दन में आतंकवाद का फंदा है! भारत के मंदिर गुरुद्वारे तब तक न सुरक्षित हो सकते" जब तक दाऊद की मुट्ठी में गुंडागर्दी का चंदा है! भारत की गौरव गरिमा को दुनिया में किस ने आँका है" यह सूर्य शिरोमणि नरनाहर रणबीर बहादुर बांका है! सहनशीलता क्षमा धीरता इसकी रग-रग में बसती है" यह धर्मराज इसके आगे दुर्योधन की क्या हस्ती है! इसलिए समर कर कमर कसो अंतिम रण का ऐलान करो" लाहौर कराची पेशाबर फिर से भारत के नाम करो! लाहौर कराची पेशावर फिर से भारत के नाम करो!!!! जय हिन्द जय भारत स्पेशल 15 अगस्त 2021 (भाग 2 comming soon) Naman Kumar poet
1 year ago