करेंगे आप से हम बात लेकिन लब न खोलेंगे,
सुनेंगे आप जो दिल से तो हम भी दिल से बोलेंगे,
ये कैसे मान ले हम मे नही बाक़ी बचे हो तुम,
बरामद तुम read more >>
ध्वनि:- चिट्ठी ना कोई संदेश
देकर मुझे ऐसा गम, तन्हा रह गये हैं हम।
दिल मेरा तोड चले..............................2
जीने की खाई कसम, साथ देगें हरदम।
मगर मुख read more >>