एक चिड़ी, ले तिनका उड़ी,
जमा नीम की डाली।
दूजा लेने, दूजी बार उड़ी,
तानापाई, मन घर खुशहाली।
फर- फर उड़ती, देखी आकर,
तिनके तृण तृण, डाल खाली read more >>
इस दुनियां में गरीबी एक अभिशाप है,
यहां ज्वालों से भी बढ़कर इसका ताप है,
दिन –दिन भर मेहनत करना फिर भी रात में चैन की नींद न सो पाना ये हो read more >>