Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

कैसे कहदूँ प्यार नहीं है

अशोक दीप 30 Mar 2023 गीत प्यार-महोब्बत Love poetry, love sayari, prem geet, love song 29495 0 Hindi :: हिंदी

कैसे   कहदूँ   प्यार  नहीं  है ?
वह   मेरी   झंकार  नहीं   है ?

बिन बाती क्या दीप जला है ?
कहीं रेत बिन  बीज फला है ?
कैसा  सागर   नदी  नहीं  तो
जलद  कहाँ जो धार नहीं है ?

कैसे   कहदूँ ..................

देखा विधु को बिना  जुन्हाई ?
प्रीत बिना खिलती  तरुणाई ?
शुष्क मरुस्थल-सा है जीवन
जबतक  घर  श्रृंगार  नहीं है ।

कैसे   कहदूँ ..................

रोम-रोम   में  गंध   उसी  की
कर्ण- गेह  में  गूँज  हँसी  की
अधर परस पाये बिन उसका
बजता  प्रेम- सितार  नहीं  है ।

कैसे   कहदूँ ....................

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

पढता था मैं दिन रात किताबे, तो कभी किताबों में ज़िंदगी का अर्थ ढूँढा करता था पर जीना तो मुझे ज़िंदगी की किताबों ने सिखाया कोई मतलब नही थ� read more >>
चक्रधारी सुनो विष्णु जी ओ तुम मेरे मन को भाए.....2 तुम कृष्ण रूप में आए मां बाप का बढ़ाए तुम राम रूप में आए मां बाप के वचन निभाए चक्रधार� read more >>
ये खुदा बता तूने क्या सितम कर दिया मेरे दिल को तूने किसी के बस मैं कर दिया वो रहा तो नहीं एक पल भी आकर टुकडें- टुकड़ें कर दिये ना विश्वा read more >>
Join Us: