अशोक दीप 30 Mar 2023 गीत प्यार-महोब्बत Love poetry, love sayari, prem geet, love song 24107 0 Hindi :: हिंदी
कैसे कहदूँ प्यार नहीं है ? वह मेरी झंकार नहीं है ? बिन बाती क्या दीप जला है ? कहीं रेत बिन बीज फला है ? कैसा सागर नदी नहीं तो जलद कहाँ जो धार नहीं है ? कैसे कहदूँ .................. देखा विधु को बिना जुन्हाई ? प्रीत बिना खिलती तरुणाई ? शुष्क मरुस्थल-सा है जीवन जबतक घर श्रृंगार नहीं है । कैसे कहदूँ .................. रोम-रोम में गंध उसी की कर्ण- गेह में गूँज हँसी की अधर परस पाये बिन उसका बजता प्रेम- सितार नहीं है । कैसे कहदूँ ....................