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गीत का मुखड़ा-रात बसंती चादर ओढ़े तारों के संग झिलमिल करती

Sudha Chaudhary 25 Aug 2023 गीत अन्य 15940 0 Hindi :: हिंदी

रात बसंती चादर ओढ़े
तारों के संग झिलमिल करती
मैं बैठी यादों में तेरी
रातों को पहरे देती।

सुधा चौधरी
बस्ती

इसके आगे बाद में........ यदि कोई सुझाव दे तो ठीक है।

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