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जन्में हैं कृष्ण- कन्हाई जब-जब अत्याचार बढा है धरती माँ अकुलाई

Kalindri pal 27 Oct 2023 गीत धार्मिक कृष्ण जन्म 13986 0 Hindi :: हिंदी

(  मुखड़ा)

जब-जब अत्याचार बढा है धरती माँ अकुलाई,
जन्में हैं कृष्ण कन्हाई- जन्में हैं कृष्ण कन्हाई ।
              ( अंतरा-1)
 राजा रोवे रानी रोवे, रोवे  मथुरा नगरी,
कोई हमारी सुधि तो लेवे कोई बनावे बिगड़ी ।
मथुरा की सब जनता टेरे आओ कृष्ण- कन्हाई,
मेरी टेर सुनों हरजाई, मेरी टेर सुनों  हरजाई ।
                 ( अंतरा-2)
ब्रम्हा सोंचे विष्णु सोचें कंस गयो पगलाई,
अष्टम संतान देवकी की तब काल की गिरा सुनाई ।
केस पकड़ के देवकी के तब कंस ने दियो गिराई,
काहे मारे हमको भाई,काहे मारे हमको भाई ।
                (अंतरा-3)
भादों रात अष्टमी आई रात अंधेरी गम की छाई,
बेडी खुल गई फाटक खुल गए नौकर गए निंदाई ।
देवकी को अब कान्हा देखो सपनों दिए दिखाई ।
अब आएंगे कृष्ण-कन्हाई,अब आएंगे कृष्ण-कन्हाई ।

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