संदीप कुमार सिंह 30 May 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगे। 6228 0 Hindi :: हिंदी
माँ से बढ़कर कौन है,यही भव्य ब्रह्मांड। ममता समता अरु रखे,अन्त हीन है कांड।। माँ से बढ़कर कौन है, दिव्य अमृत सम दूध। जिससे बच्चे पालती,करती रहती सूध।। माँ से बढ़कर कौन है,अटल सभ्य आधार। करे सुरक्षा जो सदा,सुनती बाल पुकार।। माँं से बढ़कर कौन है,इनके सब संतान। माँ की नित मैं भक्ति कर,करता हूं जलपान।। माँ से बढ़कर कौन है,इनसे ही पहचान। दुनियाँ में नित नूर है,चाहत सभी जवान।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा) बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....