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अनोखा इजहार

Mithun anuragi 30 Mar 2023 कहानियाँ प्यार-महोब्बत कहानियाँ KAHANIYAN 24189 0 Hindi :: हिंदी

 एक शहर  में विद्यासागर जी का धनी  परिवार रहता है |परिवार में कुल आठ सदस्य हैं | विद्यासागर के दो बेटे दोनों शहर के बड़े डॉक्टर हैं | दो बहुएँ व दो पोती और एक पोता भी हैं |



विद्यासागर की बड़ी पोती का नाम अनामिका और छोटी का नाम निहारिका व पोते का नाम राजन है | 

परिवार में सभी शुखी हैं विद्यासागर अपनी बड़ी पोती अनामिका के लिए रिश्ता ढूंढ रहे हैं परन्तु इसी कारण अनामिका का रिश्ता हर बार  टूट जाता  है |

एक दिन दरवाजे की घंटी बजी निहारिका दरवाजा खोलती है और देखती है एक खूबसूरत लड़का दरबाजे पर खड़ा है उसे देखकर निहारिका कहती है बोलिए क्या काम है आपको किससे मिलना है |

हेलो मेरा नाम अमन है मुझे आपके पूरे परिवार से मिलना है मैं आपकी बहन अनामिका से शादी करना चाहता हूँ |

निहारिका अमन को अन्दर आने को बोलती है और घर के सभी लोगो को बुला लाती  है |परिवार के सभी सदस्य आ जाते हैं और अमन से बात-चीत करते हैं|

विद्यासागर - बोलो बेटा आपका क्या नाम है और मेरे घर क्यूँ आये हो ?

अमन -     दादाजी मेरा नाम अमन है मैं आपकी बड़ी पोती अनामिका से शादी करना चाहता हूँ |

विद्यासागर - सोच समझ लो वेटा बाद में मेरी अनामिका को दुःख मत देना |जेसी भी है अभी देख लो |

अमन -   नहीं दादा जी मुझे अनामिका बहुत पसंद है मैं उसे हमेशा सुखी रखूँगा और उसे साडी खुशियाँ दूंगा |

विद्यासागर रिश्ता मंजूर कर लेते हैं और बड़े ही धूम धाम से अनामिका की शादी अमन से कर दी जाती है |



शादी की पहली रात है अमन अनामिका के पास जाता है और बोलता है अपना चाँद सा चेहरा हमें भी दिखाओ इस चेहरे को देखने के लिए दिल कब से बेचैन है |अनामिका अमन से दूर हट जाती है और कहती है अमन आपसे मुखे कुछ जरुरी बात करनी है | मेरा घूंघट उठाने से पहले आप मुझसे वादा करो की आप हमें धोखा नहीं दोगेऔर हमें कभी भी छोड़कर नहीं जाओगे |

अमन - अनामिका केसी बात कर रही हो तुम्हे छोड़ने के लिए मैंने शादी नहीं की जन्म जन्म तक रिश्ता निभाने को की है|बोलो क्या जरुरी बात करनी है |

अनामिका - अमन भगवान् ने मुझे सुन्दर रूप दिया है लेकिन मुझे दुनिया को देखने क लिए आँखे नहीं दी मैं नेत्रहीन हूँ  |

अमन - हाँ अनामिका में जानता हूँ मुझे तुम्हारे भाई ने सब बताया था और इसी वजह से तुम्हारी शादी नहीं हो रही थी |

अनामिका - अगर तुम सब कुछ जानते थे तो तुमने  मुझसे शादी क्यों की  

अमन  - अनामिका मैं तुम्हारे जिस्म से प्यार नहीं करता तुम्हारी रूह से करता हूँ और हमेशा ऐसे ही करता रहूँगा |जरूरी तो नहीं जिस इन्सान में कोई कमी हो उससे प्यार न किया जा सके प्यार करने बाले को तो सिर्फा रूह चाहिए और न करने बाले को सिर्फ एक बहाना |




 

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