KRESH KUMAR AHIRWAR 29 Apr 2023 शायरी देश-प्रेम 8084 0 Hindi :: हिंदी
*_"ज़िन्दगी" बदलने के लिए_* *लड़ना पड़ता है..!_* *_और आसान करने के लिए_* *समझना पड़ता है..!* *_वक़्त आपका है,चाहो तो_* *सोना बना लो और चाहो तो.* *_सोने में गुज़ार दो..!_* *अगर कुछ अलग करना है तो* *_भीड़ से हटकर चलो..!_* *भीड़ साहस तो देती है पर* *_पहचान छीन लेती है...!_* *मंज़िल ना मिले तब तक हिम्मत* *_मत हारो और ना ही ठहरो...._* _क्योंकि_ *_पहाड़ से निकलने वाली नदियों ने_* *आज तक रास्ते में किसीसे नहीं* *_पूछा कि... _* *"समन्दर कितना दूर है.*