अमित कुशवाहा 30 Mar 2023 शायरी प्यार-महोब्बत #इश्कऔरमैं 17796 0 Hindi :: हिंदी
मधुबन है इश्क मधु सी , तर्पण हैं इसके आंचल का। लहराती है जटाए सर्प सी , समर्पण है मेरे दिल का । कोमल है मुस्कान गजब सा, आकर्षण है केंद्र मुख का । कर्ण है सुशोभित कुंडल से, दर्शन है अभिलाषी तन का ।