Mansi tailor 30 Mar 2023 शायरी अन्य 8236 0 Hindi :: हिंदी
बातो से तेरी ,खुद से मिल पाई हूं! खुद की लड़ाई खुद से जीत पाई हूं अंधेरे को गले लगा पाई हूं, ख़ुद की बेबशी से निकल पाई हूं! खुल कर मुस्कुरा पाई हूं! हां,बातो से तेरी खुद से मैं मिल पाई हूं रंगीन नजारों का अर्थ दे पाई हूं नक़ली चेहरे परख पाई हूं साफ़ दिल पहचान पाई हूं सही _गलत मे फर्क कर पाई हूं हां!तुम्हारे साथ से में यह सब कर पाई हूं _मानसी