हरवंश हृदय 12 Feb 2025 शायरी समाजिक #हरवंश हृदय #हमको न छेड़िए #व्यंग्य #महाकुंभ 2998 0 Hindi :: हिंदी
हमको न छेड़िए… न कोई बात पूछिए न दिन की रोशनी, न काली रात पूछिए क्या ही बयां करेंगी मुफलिसी ये महफिलें हकीकत को जानना है तो हालात पूछिए 🖋️… हरवंश हृदय