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मेरे अल्फाज

कुमार किशन कीर्ति 30 Mar 2023 शायरी अन्य मुकम्मल जहां,इश्क़,बेदर्दी 9564 0 Hindi :: हिंदी

इस मुकम्मल जहां में किसको क्या मिला है
किसी को सनम, तो किसी को दर्द मिला है।
2इश्क़ करनेवाले बेदर्दी बन जाते हैं,
कमबख्त!वेबफा सनम इश्क़ वफ़ा निभाते हैं।
3आजकल के आशिक़ जिस्म के प्यासे है
इन्हें कोई क्या बताए...
यह जिस्म भी तो इश्क़ के प्यासे है।

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