Samir Lande 30 Mar 2023 शायरी प्यार-महोब्बत Samir Lande, समीर लांडे ,बदलता रेहता है 8312 0 Hindi :: हिंदी
की इस दुनिया में कितना कुछ बदलता रेहता है हर चार माह के बाद मौसम बदलता है बदलता है वक्त के साथ हुलिया किसीका तो कही किसीका वक्त बदलता है और लगे अगर रकीब की हवा किसीको तो ऐ यार दिल में रहने वाला शक्स तक बदलता है - समीर लांडे