Pankaj Kumar Boorakoti 30 Mar 2023 शायरी समाजिक #कुदरत 18683 0 Hindi :: हिंदी
कुदरत ने जीना सीखा हमने यही हमारी धरोहर है जिसने किया अपमान इसका वही पूर्ण विरोधी है लेखक पंकज कुमार बुड़ाकोटी
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