संदीप कुमार सिंह 05 Apr 2024 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत मेरी यह ग़ज़ल बहुत ही खूबसूरत है. जिसे पढ़कर- गाकर आप सभी पाठक लोग काफी Enjoy करेंगे. 4187 0 Hindi :: हिंदी
ग़ज़ल करना मत तूँ ऐसी बातें, बिगड़ जाए सारी बातें। करना काम यहाँ अक्सर सुन्दर, होगी फिर खाली तेरी बातें। जो चलता है वह सुख को पाता, लगता है उसमें भारी बातें। रोना हमको यूँ मंजूर नहीं, करता हूँ सबसे प्यारी बातें। यारा दिल पत्थर का था उसका, मोम बनी वह सुन मेरी बातें। बोली थी उसकी जैसे कैंची, अब करती है व रसीली बातें। ऐसा ही तो जादू है मुझमें, सब तो करते अब सुधरी बातें। फिर भी मेरा मन पर है क़ाबू, हरदम करता हितकारी बातें। संदीप ग़ज़ल लिखता मन से ही, करता भी तो गुणकारी बातें। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:-समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....