RAJAT ROHIT RAJPUT 30 Mar 2023 ग़ज़ल समाजिक रजत रोहित राजपूत Hindi shayri 12388 0 Hindi :: हिंदी
तेरी अपनी गलियां वो रंगीन कलियां सब तुम्हारे पास हैं,फिर तुम क्यों उदास हो तेरे वो खुद के सपने तेरे सारे अपने सब तुम्हारे साथ हैं, फिर तुम क्यों उदास हो तुम केवल अपनी ही नहीं अपनों की भी आस हो, फिर तुम क्यों उदास हो जिसमें घुलकर कड़वा घूंट भी मीठा हो जाए तुम वो मिठास हो, फिर तुम क्यों उदास हो
Rajat Rohit Rajput is writer who use to write positive and motivativatinal Poems and quotes. He’s...