संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक हमारी कविता पाठकों के लिए प्रेरणा से भरपूर और जिन्दगी में वास्तविकता को दर्शाते हुए हमेशा आपके मार्ग प्रशस्त करता रहेगा। 46680 0 Hindi :: हिंदी
अक्सर इस दुनिया में, दो अनजाने किसी न किसी, मोड़ पर मिल जाते हैं । फिर ऐसा कुछ अजीब हो जाता है, नींद खो जाती है_ चैन गायब हो जाती है। फिर प्यार की अंगराई, बहुत ही उन्मादित हो जाती है। एक डोर जो कोई, बिना दिखाई ही, बांधने की भरसक कोशिश करती है। बंधे न बंधे, फिर भी दिल में, एक अक्स छोड़ जाती है। उस अक्स के हसीन लम्हें, यूं ही जिन्दगी के हर मुकाम, पर याद की प्यारा सा खुशबू, में हमें सैर कराती रहती है। चिंटू भैया
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....