Pooja prajapati 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक #अपनों में कही खो ना जाना 49157 0 Hindi :: हिंदी
अपनों कों ढूँढतें ढूँढतें अपनों में कही खो ना जाना , खुद का भी तुम थोडा ख्याल रखना ! दूसरों से बहुत हो गया हो मिलना,मिलाना तो खुद से भी अब दुबारा मुलाकात करना ! यूँ तो बहुत होंगे तुम्हारे अपने तुम्हे पूछने वाले, पर ज़िंदगी को तुम्हारी सिर्फ तुम्हारी जरुरत हैं ! इस बात का भी तुम थोडा ख्याल रखना ! कभी फ़ुर्सत मिले तो खुद के लिये थोडा वक्त निकालना ! क्या कहती हैं ज़िंदगी तुमसे तुम्हारी , कभी ज़िंदगी से तुम ये सबाल तो करना ! पल दो पल का ही तो वक्त माँगती हैं ज़िंदगी तुमसे, अपनों में खोकर ,कही खो ना जाना ! खुद का ना सही,पर अपनी ज़िंदगी का थोडा तो तुम ख्याल रखना !