मारूफ आलम 22 May 2023 कविताएँ समाजिक #भूखे भेड़िये हैं वो 5365 0 Hindi :: हिंदी
भूखे भेड़िये हैं वो, खाने भी आयेंगे तुमको पेट जब भर जायेगा दुख जताने भी आयेंगे तुमको दोगला चरित्र है उनका विश्वास मे मत आना उनकी हद से दूर रहना,उनके निवास मे मत जाना सोच लो अगर तुम उनके हवाले हो जाओगे फाड़कर खा जायेंगे ,निवाले हो जाओगे मारूफ आलम