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भूल रही अब सारे पथ को-याद मुझे घर आने लगे

Sudha Chaudhary 23 Aug 2023 कविताएँ अन्य #याद मुझे घर आने लगे 12334 0 Hindi :: हिंदी

प्रीत की सीख दिए तुमको हम
साज नहीं हम दे पाए
आज उठे हैं ज्वार हृदय में
इसको ना सुलझा पाए।

मेरे भुवन में भाव उठे जो
हम प्रीत की रीत निभाने लगे
प्रिय जो समझ आए तुम्हें तो
बात वही समझाने लगे।

बातों की माया तुम में थी
बस चाह मेरे नैनों की थी
भूल रही अब सारे पथ को
याद मुझे घर आने लगे।

सुधा चौधरी
बस्ती

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