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"छेड़ेंगे तो छोड़ेंगे नहीं: आज के भारत की नई पहचान"

Disha Shah 15 May 2025 कविताएँ देश-प्रेम 4148 0 Hindi :: हिंदी

छेड़ेंगे तो छोड़ेंगे नहीं,
ये आज़ का भारत है।
मर्यादा का रक्षक है ये,
पर क्रोध में महाभारत है।

सम्मान सभी को देगा ये,
हर धर्म, जाति का प्यारा है।
लेकिन जो आंख दिखाएगा,
उसके लिए अंगारा है।

ऑपरेशन सिंदूर ने दिखा दिया,
कैसे दुश्मन को मारा है।
हमें गर्व है उन वीरों पर,
जिनसे रोशन ये तारा है।

शांति हमारा संकल्प है,
पर अपमान न सह पाएंगे।
सीमा लांघोगे गर कोई,
तो पीछे नहीं हट पाएंगे।

विकास की राह पर दौड़ रहा,
अब ये नैया भारत है।
छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं,
हर जवाब में गरजता भारत है।

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