Anany shukla 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक एक अपराध होता है 97804 0 Hindi :: हिंदी
जब वो छण याद आते हैं, मेरे पास से वो गुजर जाते हैं मुझसे एक गुनाह सा होता है हर बार मुझसे एक अपराध होता है विवश हो जाता हूँ मैं उन छणों में बध जाते हैं मेरे हाथ उन बेडिओ में काश मैं बदल देता इन तस्वीरों को काश मैं तोड़ देता इन नजीरो को रोक न पाना इसे पनाह सा होता है मुझसे एक गुनाह सा होता है