संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक लोगों के लिए प्रेरणा से भरपूर मेरी कविता जिसका शीर्षक ऊपर दिया हुआ है। 49983 0 Hindi :: हिंदी
गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरुरदेवो महेश्वर: गुरु साक्षात् प्रब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नम: गुरुवर_गुरुवर तेरे चरणों के मन्दिर में मैं पाऊं सु:ख असीम, आपकी कृपा, सदैव बनी रहे हम सबों पर । आप हो ज्ञान के महासागर_ आप हो जीवन सुधारक। में मुरख बड़ा ही हूं गवार, जानता कुछ नहीं_ न ही कुछ समझता हूं । सिर्फ आप पर ही आशा लगी है, आप ही सारे मेरे संकटों, से निजात दिला देंगे। आपकी महिमा कोई न जाने, आप जगत में सर्वोपरी हैं। आप के बिना ज्ञान की बातें, करना ही बेकार है। आप का आशीर्वाद सदा बना रहे, तो सब धन आप ही प्राप्त हो जाता है। आप सु:खकारी हैं, आप मंगलकारी हैं, आप सर्वमनोकामना पूर्ति करने वाले हैं। आपकी अगर कृपा प्राप्त हो जाए, तो सारे बंद रास्ते भी खुल जाते हैं। आप एक वरदहस्त हो, जो हम सबों को सच्ची, राह दिखाते हो। आपके कृपा अगर हो जाए, सारा जीवन हम सबों का गुलशन की बगिया जैसी, गमक उठे_चमक उठे। श्री गुरुवे नम: श्री गुरुवे नम:। चिंटू भैया
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....