PURUSHARTH DEWANGAN 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत काश मेरे दुखी वक्त में तुम, मुझे भी संभाल लेती, मसले कभी हल नहीं होते, क्या मेरा मूड हमेशा ऑन होता है, मेरा भी एक दिल है, जो कभी रोता है।। काश तुम मुझे भी संभाल लेती मैं कभी तुम्हे मना तो नहीं करता, वक्त तो दे पाता हूं, ना कोई बहाना ना कोई झूठ सिर्फ सच, मेरा क्या है, सब कुछ बर्दाश्त कर जाता हूं, काश तुम मुझे संभाल लेती।। मेरा कसूर क्या, तुम्हे बस दुखी नहीं देख पाता हूं, टूटा महसूस होता है मुझे, खुद को संभालू या फिर तुम्हे, मैं भी इंसान हूं, मुझे भी तुम्हारी जरूरत है, हर बार तुम्हारी मर्जी, बस कुछ बात मेरी भी सुनना, कुछ बात मेरी भी मानना, रूठू जिंदगी से कभी तो, तुम भी मुझे संभालना।। 6675 0 Hindi :: हिंदी
काश मेरे दुखी वक्त में तुम, मुझे भी संभाल लेती, मसले कभी हल नहीं होते, क्या मेरा मूड हमेशा ऑन होता है, मेरा भी एक दिल है, जो कभी रोता है।। काश तुम मुझे भी संभाल लेती मैं कभी तुम्हे मना तो नहीं करता, वक्त तो दे पाता हूं, ना कोई बहाना ना कोई झूठ सिर्फ सच, मेरा क्या है, सब कुछ बर्दाश्त कर जाता हूं, काश तुम मुझे संभाल लेती।। मेरा कसूर क्या, तुम्हे बस दुखी नहीं देख पाता हूं, टूटा महसूस होता है मुझे, खुद को संभालू या फिर तुम्हे, मैं भी इंसान हूं, मुझे भी तुम्हारी जरूरत है, हर बार तुम्हारी मर्जी, बस कुछ बात मेरी भी सुनना, कुछ बात मेरी भी मानना, रूठू जिंदगी से कभी तो, तुम भी मुझे संभालना।।