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कविता, - राखी का त्यौहार।

राणा प्रताप कुमार 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 25472 0 Hindi :: हिंदी

आया राखी का त्यौहार। 
ये तो भाई बहन का प्यार। 
रंग विरंगे राखी लेकर। 
आयी बहना मेरे द्वार। 
कुम कुम का टिका है लगायी। 
साथ मे दही भी लगायी। 
आरती उतारे बहना। 
अपने सजायी हुइ थाली।
मेरा सुनी है कलायी। 
तुझसे राखी बंधवाऊ। 
ये रंग बिरगें मिठाई। 
तेरे हाथो से मै खाऊ। 
बहना को खुश देखु में हमेशा। 
तुझे गिफ्ट दु और पैसा। 
वादा करता हूँ बहना। 
जीवन भर करू मै भलायी। 
भगवान से करु मैं प्रार्थना। 
सदा खुश रहना मेरे बहना। 
ये राखी का त्यौहार। 
सदा आये हर साल। 

लेखक -राणा प्रताप कुमार 
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश। 
मो0न0 - 7347379048

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