Shreyansh kumar jain 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 500000 51504 0 Hindi :: हिंदी
खुश किस्मत हूँ मैं जो मुझे आप जैसे गुरु का सानिध्य मिला है, कई जन्मों की तपस्या के बाद आपका यह आशीर्वाद मुझे मिला है, आपका यह कर्ज में कई जन्मों तक नहीं चुका पाऊँगा जो प्यार आपसे मुझे मिला है, मेरे सपनों को राह दिखाने के लिए जो साक्षात भगवान सा आशीर्वाद आपका मिला है। मैंने भगवान तो देखें नहीं लेकिन लगता है भगवान भी आप जैसे होंगे नही, जो भी मांगी मन्नत मैंने आपसे वो कभी अधूरी रही नहीं, इसे बडा प्रमाण ही आपका भगवान होने का शायद मुझे ओर कुछ इस धरती पर मिला नहीं, आप ही गुरु के रूप में साक्षात भगवान हो यह मेरा दिल कहता जरूर है। आपका प्यार, मोहब्बत ओर आशीर्वाद हमेशा मुझे मिलता रहा है, जब-जब भी मैंने देखा आपको आपकी सुरत में मुझे भगवान दिखने लगता है, मेरी यह तमन्ना है की मैं जन्मों-जन्मों तक आपका शिष्य बनना चाहता हूँ, मैं आपका अच्छा शिष्य या भक्त हूँ यह मै नही जानता हूँ। मुझसे अगर आपके शिष्य बनने में कोई गलती हूई हो तो मैं आपसे हाथ जोड़कर माफी मांगता हूँ, आप मुझे माफ करके आशीर्वाद देंगे में मेरे गुरु रूपी भगवान को जानता हूँ ।