Preeti singh 10 May 2023 कविताएँ धार्मिक तुम्हें है जरूरत हरि साथ की 5460 0 Hindi :: हिंदी
अरे बड़े भाग है तेरे मानव तन जो तुमने पाया.. करना ना पड़े अफसोस राम नाम गुण ना जो तूने गाया चक्की है यह दो पाट की तुम्हें जरूरत हरी साथ ही ,करना बस एक ही काम मानव तन ना होय बदनाम। Preeti singh...