Chanchal chauhan 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक मेरी सच्ची सहेली,जो सबका ज्ञान कराती हैं 69806 0 Hindi :: हिंदी
ऐसी है वो वस्तु जो हमको ज्ञान कराती है, कैसे जीना, कैसे रहना सबका ज्ञान कराती हैं, दुनिया में है जितना ज्ञान, हमको सब सिखलाती हैं, कितनी अच्छी कितनी बुरी बात सब हमें बतातीं हैं, जीवन के रहस्य हमको बताती हैं, कितना भी हो कठिन सवाल उत्तर वो बताती हैं, ना ही मुख हैं, ना ही कान, फिर भी बोलती सुनती हैं, उसका ज्ञान पाकर मनुष्य हो गया महान, ऊंचे पद पर हमें पहुंचाती हैं, उसके बिना जीवन में कुछ ना कर पाते हैं, अगर बैठे हैं खाली, समय हमारा बिताती हैं, नई कहानी, नई पहेली, नई कविता हमको सिखाती हैं, कभी नहीं धोखा देती, नहीं साथ छोड़ती हैं, सच्ची सहेली वो है मेरी, जिसकी मैं कर रही हूं बात, है वो मेरी किताब।
Mera sapna tha apne bicharo ko logo tak phunchana unko jiwn ki sikh ,prerna dena unmai insaniyat jag...