Poonam Mishra 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक मन की भावनाओं को व्यक्त करता हुआ कुछ शब्द 50171 0 Hindi :: हिंदी
मुझे कुछ कहना था या कुछ बताना था मन की पीड़ा या शब्दों का कीड़ा मन का भाव या भीतर का घाव दिल में खुशी है कमाल की या मन का जंजाल इन खयालों में क्यों डूबे हैं हम आज कोई कविता कहीं जाए जिसे सीमाओं में ना बांधी जाए बस निरंतर ही चलते रहने दे शब्दों को बस दिशाहीन निराकार ही रहने दें