RAJNI CHOUDHARY 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक मनुष्य मनुष्य एक है 31619 0 Hindi :: हिंदी
🌺 मनुष्य एक है🌼 ब्राह्मण हो या शुद्र जन्म तुम्हारा एक है अच्छे कर्म कर मिलने वाला तुझे स्वर्ग है चंदन हो या कोई सामान्य वृक्ष की लकड़ी ........ जलने का तेज और सामर्थ्य एक है गंगा की धारा हो या चांडालो की बस्ती वहां चमकने वाला सूर्य एक है सोने का मटका हो या मिट्टी का दोनों में पानी एक है फिर क्यों जाति भेद है जब मनुष्य मनुष्य एक है Rajni Chaudhary