Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

पिता की उलझन

Mansi 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य पिता की उलझन 126201 4 4.5 Hindi :: हिंदी

एक पिता द्वारा दी गयी सबसे खूबसूरत कविता:-

किसी ने सोना ,
किसी ने चांदी,
किसी ने सारी दौलत दे दी,
हमने उनका घर बसाने के लिए 
अपने घर की रौनक दे दी।

कोई बहुत रोया ,
किसी ने बहुत कुछ खोया,
पर इस संसार ने उसे समझा ही दिया
"बेटी पराया धन होती है"
आखिर उसे सीखा ही दिया।

अब याद करके बेटी को,
एक मजबूर पिता
कुछ इस तरह दुख छुपाता है,
कभी हंसता है,
कभी रोता है,
और बेटी का सुख ही मांगता है।।

                                                           -मानसी

Comments & Reviews

ROHIT YADAV
ROHIT YADAV Best

1 year ago

LikeReply

Sahity Live
Sahity Live

1 year ago

LikeReply

Sahity Live
Sahity Live Nice

1 year ago

LikeReply

Shveta kaithwas
Shveta kaithwas Behad khubsurat

1 year ago

LikeReply

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: