Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

तुम्हारी याद-जो मुझे पागल बना देती थी

Dhanshree Bhanudas Mahale 28 May 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत #viral #love #poetry 7873 0 Hindi :: हिंदी

तुम्हारी यादों में
खुद को खो-देती हूँ। 
कभी कभी याद आई ... 
तो रो-देती हूँ। 
पहले कहा हम लिखते थे |
खुशनुमा जिंदगी जिते थे। 
पहले कहा हम शायर थे। 
जो लेखणी चलाते थे। 
कुछ तो बात थी तुममे ,
जो मुझे पागल बना देती थी। 
शब्दों के मायाजाल मे ,
कविताएँ बना देती थी।
कुछ तो बात थी तुम‌मे ,
जो मुझे पागल बना देती थी।

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: