Meenakshi Tyagi 06 Jul 2023 शायरी दुःखद 5605 0 Hindi :: हिंदी
गर ख्वाहिशों को छोड़ना बुरी बात है, गर... ख्वाहिशों को छोड़ना बुरी बात है तो फिर हम तो बुराइयों का खजाना बन चुके हैं।।
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