Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

Samir Lande

  • Followers:
    2
  • Following:
    3
  • Total Articles:
    88
Share on:

My Articles

मेरे रास्ते उसका घर नही पडता, फिर भी उसके घर से होकर गुजरता हू! और इतना मसरूफ रखा है उसने खुदको, की खिडकी खोलकर भी देखा नही करता! और गला read more >>
झाँक रहे सब यहाँ वहाँ, जग में धूडें खाँमीयाँ ! खुदके भितर ना झाके कोई , ना समजे खुद की कमीयाँ! - समीर लांडे read more >>
मत देखो बंद आखो से संपने वो तो अकसर तूट जाते है! अगर होसला हो आसमान की उचाईसे संमदर की गेहराई नापने का तो खुली आखो से भी सपने दिख जाते ह read more >>
स्वप्न ही मातीत माझे, वाट दुसऱ्याची मी चालतो अनोळखी या वाटेवर, स्वप्न माझे मारतो जपले मी मनाशी, घेऊनीया सगळे ढूंकूनही, न पाही read more >>
.कि वो इस कदर छोड गया है मूजको, वापस आना चाहे फिर भी ना आने दू उसको ऐसा नही की इश्क नही रहा, बस अब वो मेरा नही रहा! नही रहा वो शक्स जो मुझे ख read more >>
अक्सर लोग पूछा करते है इन सुस्त आँखो का राज कैसे बताये उन्हे कितनी राते रोते पागते गुजारी है और उसने हमे धोका नही दिया और नाही इश्क क read more >>
Join Us: