Prashant Kumar 12 Apr 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत 7836 0 Hindi :: हिंदी
दिल चाहता है उनको तनिक पास बुला लें लव चूमके अबकी उने बांहों में उठा लें तन्हा किसी को छोड़ना यूं अच्छा नहीं है वो जाते हुए हमको भी आवाज लगा लें जो एक नजर देखा कयामत को हमें तो ये डर है कहीं फिर से दुपट्टा न गिरा लें टूटा सा दिया तक न मिला हमको किसी से हम रोशनी की चाह में घर को न जला लें चौखट पे उन्हें देखके डरने से लगे हैं बारिश का महीना है वो जुल्फें न हिला लें प्रशांत कुमार