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दया दृष्टि पर कहानी-दया दृष्टि से हम दूसरों के दुःख को समझ सकते हैं

Shivani singh 05 Jul 2023 कहानियाँ अन्य 5558 0 Hindi :: हिंदी

एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में एक बच्चा रहता था जिसका नाम राजू था। राजू बहुत ही मसूम और अच्छे स्वभाव के बच्चे थे। वह हर किसी के दिल में आपत्ति बना देता था और अपनी दया दृष्टि से सभी की मदद करता था।

एक बार गांव में भूखंड में आग लग गई। आग की लपटों ने गांव को घेर लिया था और लोगों को भयंकर संकट का सामना करना पड़ रहा था। लोग उच्छल-कूद मचाते हुए भगवान की मदद की भीन्ती कर रहे थे। राजू ने भी देखा कि उसके सामने एक मंदिर था जहां एक माता रानी की मूर्ति स्थापित थी।

राजू का दिल दया और उत्साह से भरा हुआ था। वह जाना चाहता था कि उसकी दया दृष्टि भगवान की कृपा को कैसे प्रकट कर सकती है। वह मंदिर के पास पहुंचा और उसे देखते ही उसकी आँखों में आंसू आ गए।

राजू ने एक जीव हार्ट से लगाया और देखा कि मूर्ति की आंखों से आंसू बह रहे थे। वह बिना सोचे समझे अपना जीव ह

ार्ट मूर्ति के सामने रख दिया और माता रानी से प्रार्थना की कि उन्हें सबका दुःख हर लें और सभी की मदद करें।

अचानक एक अद्भुत चमत्कार हो गया! राजू के जीव हार्ट से एक बेमिसाल दिव्य प्रकाश निकला और सारे गांव को आलोकित कर दिया। सभी लोग चमत्कारिक घटना को देखकर आश्चर्यचकित हो गए और आग से मुक्त हो गए।

यह घटना सबको आश्चर्यचकित कर गई थी, और लोग राजू की दया दृष्टि को भगवान की कृपा का प्रतीक मानने लगे। वे राजू को सबका दिव्य संदेशवाहक बना लिया गया।

इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि दया और मानवता हमारे जीवन में अद्वितीय महत्व रखती हैं। हमारी दया दृष्टि से हम दूसरों के दुःख को समझ सकते हैं और उन्हें सहायता प्रदान कर सकते हैं। यह हमें भाग्यशाली बनाती हैं और हमें अपने आप में एक बदलाव लाती हैं।

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