RANJIT MAHATO 30 Mar 2023 कहानियाँ समाजिक #मुझे तलाश है मंजिल की #manjil #aavaj #kalam_ki_aavaj #hindi_poem #poetry 34343 0 Hindi :: हिंदी
मुझे तलाश है मंजिल की | मैं बढ़ता हुँ अपनी मंजिल की ओर , फिर मन में ख्याल आता है , बढ़ रहा हुँ जिसे पाने के लिए , वो मेरी मंजिल नहीं | फिर मैं मार्ग बदलकर, बढ़ चलता हुँ किसी और मंजिल की ओर, फिर मन में वही ख्याल आता है , बढ़ रहा हुँ जिसे पाने के लिए , वो मेरी मंजिल नहीं | ये सिलसिला चलता जा रहा है , मुझे मेरी मंजिल नहीं मिल पा रहा है | मुझे तलाश है मंजिल की | रचनाकार - रंजीत महतो
My name is Ranjit Mahato and I am self-employed by profession. I have a passion for reading and writ...