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एक पत्नी की चिट्ठी अपने पति के नाम

Manasvi sadarangani 30 Mar 2023 कविताएँ हास्य-व्यंग पत्नी की प्यार भरी शिकायत 24398 0 Hindi :: हिंदी

शायद हम पुराने हो गए है, 
या रिश्ता पुराना हो गया है।
पहले जब रूठते थे तो वो मनाते थे हर बार,
पर अब छोड़ देते है वक़्त पर कि,
ठीक हो जाएगा सब फिर एक बार।
धीरे धीरे रिश्ता यू ही नीरस होता जाता है, 
फिर एक वक़्त पर याद आता है, 
ऐसा क्यों हुआ सिर्फ हमारे साथ।
बचपना छोड़ बड़े होने की दौड़ में जो दौड़े, 
छूट गया बचपन अब जिम्मेदारी से क्यों मुंह मौडे।
काश समझा होता छोटी छोटी बातों में खुशियां बड़ी छिपी होती है,
अनचाही मिठास इन्हीं बातो में मिली होती है। 
                                                       मनस्वी सदारंगानी

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