Tulasi Seth 09 Aug 2024 कविताएँ दुःखद मन की आवाज 9101 0 Hindi :: हिंदी
मिले न जीवन इस तरह कभी जो सोच से शुरू और चिंता पे खत्म हो, किसी को मनाने में ही सारी उम्र यूं जख्म हो, हरपल मन उदास और न आंखें यूं नम हो न मिले ऐसी जीवन जिसमें बस पश्चाताप का ही आलम हो।