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दो सच्चे प्यार करने वाले

Ranjana sharma 27 Jan 2024 कहानियाँ प्यार-महोब्बत प्यार भरी प्रेम कहानी#Google# 5206 0 Hindi :: हिंदी

प्रिया और अनुज दोनों एक - दूसरे से बहुत प्यार करते थें और दोनों के घरवाले भी उनके इस रिश्ते को मंजूरी दे दी थी उन्होंने तो उन दोनों की रिंग सेरेमनी का तारीख भी अगले महीने का तय कर दिया था ।
अनुज और प्रिया दोनों एक दूसरे से फोन में बातें करते ,रोज मुलाकात भी करते और अपने शादी के लिए शॉपिंग भी साथ में ही कर रहे थें। 
एक दिन अनुज प्रिया को फोन करके कहता ,My Dear Priya कल मेरे भैया और भाभी का 10 वीं सालगिराह है
तुम जरूर आना मैं तुम्हारा कल बेसब्री से इंतज़ार करूंगा।
प्रिया भी अनुज को बोलती........हां हां मैं कल जरूर से जरूर आऊंगी ।

उसके घरवाले ने प्रिया के फैमिली को भी अपने घर अपने बहू बेटे के सालगिराह पर आमंत्रित करते।

दूसरे दिन शाम को अनुज के घर पर सभी मेहमान आना शुरू कर देते ,पर अनुज को तो बस प्रिया का इंतजार था 
सभी लोग वहां के माहौल का आंनद उठा रहे थें ।

अनुज मन ही मन सोचता प्रिया अब तक क्यों नहीं आई अब तक तो उसे आ जाना चाहिए था शाम के 7:00 बज गए मैं तो उसे 6:00 बजे ही बुलाया था क्या बात हो गई 

ऐसा सोच ही रहा था कि तभी प्रिया को आते देख अनुज खुशी से उसके पास जल्दी से जाता और उससे कहता तुमको मैंने सबसे जल्दी बुलाया और तुम ही इतना देर से आई ।
प्रिया उससे कहती " देखो तुम गुस्सा मत हो जाना क्योंकि अब मेरे पास इतना वक़्त नहीं है कि तुम्हें मैं मना सकूं इसलिए प्लीज तुम नाराज मत होना ।"
मुझे जल्दी जाना होगा सब मेरा इंतज़ार कर रहे हैं मैं तो सिर्फ तुम्हारे लिए आई हूं तुमसे वादा जो किया था उसे पूरा किया बिना कैसे जा सकती थी ।
तब अनुज कहता क्या तुम बहकी बहकी बातें कर रही हो ,कौन तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है और कहां तुम्हें जाना है  और तुम तो अभी अभी आई हो इतनी जल्दी कैसे जा सकती हो मैं तुम्हें अभी बिल्कुल नहीं जाने दूंगा ।
तभी अचानक अनुज की नजर प्रिया की मां पर जाती है जो रोते रोते अंदर आ रही थी ,अनुज तुरंत उसके पास गया और पूछा " क्या हुआ आंटी आप रो क्यों रही हो उसके घरवाले भी सभी आ जाते और उसकी मां से पूछते क्या बात है आप रो क्यों रहे हैं सब ठीक तो है और प्रिया कहां है वो क्यों नहीं आई।"
उन लोगो की बातें सुन अनुज बोलता प्रिया तो आ गई है अभी तो मेरी उससे बात हो रही थी तब प्रिया की मां रोते हुए बोलती नहीं बेटा प्रिया अब कभी नहीं आ सकती सबने कहा क्यों तो वह कहती क्योंकि मेरी बेटी प्रिया अब इस दुनियां में नहीं रही उसका ऐक्सिडेंट हो गया और वो बेचारी वहीं अपना दम तोड़ दी।
तब अनुज गुस्सा में बोलता क्या आप ऐसे बोल रहे हैं प्रिया तो अभी मुझसे बातें कर रही थी तो उसका ऐक्सिडेंट कैसे हो सकता है रुको मैं अभी उसे लेकर आता हूं और जैसे अनुज पलटता है तो वहां प्रिया को ना पाकर उसे ढूंढने लगता है ।
तब प्रिया की मां बोलती बेटा अब तुम्हारी प्रिया कभी नहीं आ पाएगी यह बात सुन अनुज की सांस रुक सी जाती और वह जमीन पर गिर पड़ता सब दौड़कर उसके पास जाते तो उसकी सांसे बंद हो गई थी वह भी अपने शरीर से प्राण त्याग दिया था इस तरह दो सच्चे प्यार करने वाले की जीत हो जाती मरकर भी साथ ही रहते।
                    धन्यवाद

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